हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है ? इसका इतिहास और रहस्य

भारत वर्ष में हनुमान जयंती एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व हैं जिसको हनुमान जी के जन्म के तौर पर मनाया जाता हैं। जो कि अपनी चमत्कारी शक्ति अपने असाधारण ज्ञान और अपनी अटूट भक्ति के लिए पूरे भारत वर्ष में एक प्रिय देवता के रूप में जाने जाते हैं। ये पर्व सदियों से पुरे भारत भर में करोड़ो भक्तों के दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस लेख में आज हम आपको हनुमान जयंती से जुड़े हुए रहस्य उनके इतिहास, पर प्रकाश डालेंगे। तो अगर आप भी भगवन हनुमान के भक्त हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

हनुमान जयंती के इतिहास की जड़ें:

हनुमान जयंती की जड़े भारत के महाकाव्य रामायण से जुड़ी हुई हैं। जो कि ऋषि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य हैं। रामायण हिन्दू धर्म के भगवान विष्णु के अवतार, भगवन श्री राम की वीरता और लंका के राजा रावण के चंगुल से अपनी पत्नी सीता को बचाने का वर्णन करती है। और इस महाकव्य में शक्तिशाली वानर देवता भगवन हनुमान हैं। जो जिन्होंने रावण कि बुराई पर राम की विजय में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीं।

भगवन हनुमान वायु देवता और दिव्य अप्सरा अंजना से जन्मे हुए हैं जो कि बचपन से ही असीम शक्तियो के मालिक हैं। उनकी असाधारण वीरता, और अटूट निष्ठा ने भगवान श्री राम के प्रति अटूट भक्ति ने उन्हें “राम भक्त” और “महाबली” की उपाधि दिलाई।

हनुमान जयंती का उत्सव – The Celebration of Hanuman Jayanti

हमारे हिन्दू धर्म से अनुसार साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती हैं। इस साल 6 अप्रैल 2023 को हनुमान जयंती का पर्व हैं।

हमारे भारत वर्ष में हनुमान जयंती पंचांग वैदिक हिंदू कैलेंडर और अपनी अपनी मान्यता के आधार पर अलग – अलग तिथियों पर बनाई जाती हैं। हनुमान जयंती मुख्य रूप से चैत्र के हिंदू चंद्र महीने की पूर्णिमा के दिन पर पड़ता है, जो हमारे हिन्दू कलेंडर के अनुसार मार्च या अप्रैल से मेल खाता है।

भारत के सभी हनुमान मंदिरों में उत्सव की शुरुआत भक्तों के बीच होती हैं। इसमें मदिरों को फूलों से सजाया जाता हैं।जिसमे विस्तृत प्रार्थना समारोह का आयोजन किया जाता हैं। जिसमें भक्तो के बीच संत तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा, का भजन किया जाता हैं। जिसमें भक्त लीन होक हनुमान जी की पूजा करते हैं। और महाकाव्य रामायण की कहानी को सुनते और पढ़ते हैं। जो कि भगवन हनुमान जी कि वीरता और समर्पण को दर्शाती हैं।

हनुमान जयंती से जुड़े रहस्य:

आपको महाकाव्य रामायण में हनुमान जयंती का ऐतिहासिक महत्व देखने और सुनने के लिए मिल जाता हैं। भगवान हनुमान के जीवन के दिलचस्प रहस्य और मान्यताएं हैं जो उनके भक्तों की कल्पना और उनकी श्रद्धा को मोहित कर देती हैं।

  • हनुमान चिरंजीवी में से एक हैं। जो हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार अमर हैं। किंवदंतियों के अनुसार, माना जाता है कि वह आज भी जीवित हैं और दुनिया में मौजूद हैं और अपने भक्तों को मार्गदर्शन और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
  • हिन्दू धर्म कि ये मान्यता हैं कि भक्तिपूर्वक हनुमान चलिशा ला जाप करने से बुरी शक्तिया आपसे दूर रहती हैं। और उनकी कृपा से भक्तों के जीवन से कष्ट दूर होता हैं।



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